


भारत के हमले की आशंका से पाकिस्तान में दहशत का माहौल है। घबराए हुए पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ मामला बनानेके लिए डोजियर तैयार करने और विदेशी राजधानियों में प्रतिनिधिमंडल भेजने की योजना बना रहा है। दूसरी तरफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने इस्लामाबाद में चीन के राजदूत से मुलाकात की है। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में चीनी राजदूत जियांग जैदोंग ने ऐवान-ए-सदर में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात की है। इस दौरान चीनी राजदूत ने पहलगाम की घटना के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच तनावपूर्ण स्थिति सहित द्विपक्षीय महत्व के मामलों पर चर्चा की है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि चीन नेपाकिस्तान का साथ देने का भरोसा दोहराया है।
इस बैठक के दौरान पाकिस्तान के राष्ट्रपति जरदारी ने भारत की आक्रामक हमलों की तैयारियों को लेकर चीन राजदूत से बात की है। पाकिस्तान को डर है कि अब भारत कभी भी हमला कर सकता है, जिसका मुकाबला करने की क्षमता इस्लामाबाद में नहीं है। आसिफ अली जरदारी ने चीनी राजदूत को बताया है कि इस तरह की कार्रवाइयां क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा पैदा करती हैं।
चीनी राजदूत से मिले पाकिस्तानी राष्ट्रपति
बैठक के दौरान राष्ट्रपति जरदारी ने चीनी राजदूत के सामने एक बार फिर से पहलगाम आतंकी हमले पर निष्पक्ष जांच की मांग रखी है। जिसे भारत ने खारिज कर दिया है। पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया है कि चीनी राजदूत ने पाकिस्तानी राष्ट्रपति के सामने बीजिंग के संकल्प को दोहराया है कि दोनों देशों के बीच स्थायी और समय की कसौटी पर परखी गई दोस्ती है। दोनों देश 'आयरन ब्रदर्श' हैं जो हमेशा कठिन समय में एक-दूसरे के साथ खड़े रहे हैं। चीन ने इस्लामाबाद को बीजिंग का संदेश देते हुए आश्वासन दिया है कि "चीन, दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता की दिशा में पाकिस्तान का समर्थन करना जारी रखेगा।" इसके बाद राष्ट्रपति जरदारी ने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान चीन के अटूट समर्थन की सराहना की और प्रमुख मुद्दों पर पाकिस्तान को चीनी सरकार द्वारा लगातार समर्थन दिए जाने की सराहना की।